"2 माह बाद ग्वालियर से गायब नाबालिग को अहमदाबाद में मिला, अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी गिरफ्तार"
ग्वालियर से दो महीने पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई नाबालिग लड़की को अहमदाबाद से बरामद कर लिया गया है। लड़की के लापता होने के बाद उसके परिजनों ने ग्वालियर पुलिस को सूचना दी थी, जिसमें लड़की के साथ नकदी और गहने भी गायब होने की बात सामने आई थी।पुलिस जांच में पता चला कि लड़की को अगवा करने और उसके साथ दुष्कर्म करने में पिता-पुत्र की जोड़ी शामिल थी। पुलिस ने अहमदाबाद में छापा मारकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन पर नाबालिग के अपहरण, दुष्कर्म और चोरी का आरोप है।पुलिस ने बरामद नाबालिग से पूछताछ के बाद आरोपियों के ठिकाने से चोरी हुए गहने और नकदी भी बरामद कर लिए हैं। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि आरोपियों ने लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाने की साजिश रची थी।लड़की का मेडिकल परीक्षण कराया गया है, जिसमें उसके साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई है। नाबालिग का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया है, जिसमें उसने दोनों आरोपियों के खिलाफ गवाही दी है।पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (दुष्कर्म), 363 (अपहरण), 380 (चोरी), और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस गिरोह ने अन्य नाबालिगों को भी निशाना बनाया है।नाबालिग के परिजनों ने पुलिस से आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी ने दो महीने तक डर और भय के साए में समय बिताया है।गुमशुदगी के मामले में ग्वालियर पुलिस की साइबर सेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और सोशल मीडिया गतिविधियों की निगरानी से पुलिस को अहमदाबाद में लड़की और आरोपियों की मौजूदगी का पता चला।दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई अगले सप्ताह निर्धारित की गई है।ग्वालियर पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को नाबालिगों से संबंधित ऐसी कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
चिकनगुनिया से ग्वालियर बेहाल: दर्द और फफोलों से कराह रहे मरीज, अस्पतालों में हाहाकार
ग्वालियर में चिकनगुनिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। बीते 48 घंटों में शहर में 70 नए मरीज सामने आए हैं, जिनमें से अधिकांश लोग तेज बुखार, जोड़ों में असहनीय दर्द और त्वचा पर फफोले की समस्या से जूझ रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि एक रिटायर्ड फौजी की इस बीमारी के चलते मौत हो गई है।
फूलबाग क्षेत्र के 65 वर्षीय पूर्व सैनिक की हालत शुरुआत में सामान्य थी, लेकिन बीमारी ने तेजी से गंभीर रूप ले लिया, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
शहर के अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। कई मरीजों को बेड और दवाएं नहीं मिल पा रही हैं, जिससे उन्हें अस्पतालों की गैलरी में ही इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
साइबर ठगों का नया तरीका: CBI अधिकारी बनकर डॉक्टर से 21 लाख की ठगी
ग्वालियर में एक डॉक्टर से 21 लाख रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ठगों ने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर डॉक्टर को फोन किया और मनी लॉन्ड्रिंग में उनके नाम के शामिल होने का झूठा दावा किया। कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए डॉक्टर को अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया।
रकम ट्रांसफर करने के बाद डॉक्टर को एक और कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को सीबीआई चीफ बताते हुए धमकी दी, "डॉक्टर, तैयार रहो। तुम्हारे खिलाफ सख्त कार्रवाई होने वाली है।" इस धमकी भरे कॉल के बाद डॉक्टर और उनका परिवार डरे हुए हैं।
पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और साइबर सेल को जांच सौंपी गई है। पुलिस बैंक ट्रांजैक्शन और कॉल डिटेल्स की जांच कर ठगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ठगी करने वाले पेशेवर साइबर अपराधियों का गिरोह हो सकता है।
डॉक्टर और उनके परिवार ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। ग्वालियर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि अगर कोई अनजान व्यक्ति खुद को सरकारी अधिकारी बताकर फोन करे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें और सतर्क रहें।