ऑनलाइन ठगों ने ग्वालियर में एक महिला मेडिकल ऑफिसर को डिजिटल अरेस्ट कर अड़तीस लाख रुपए ठग लिए।
ग्वालियर न्यूज-
शातिर ऑनलाइन ठगों ने ग्वालियर में एक महिला मेडिकल ऑफिसर को डिजिटल अरेस्ट कर 38 लाख रुपए ठग लिए। परिवार कल्याण केन्द्र में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर को CBI में केस दर्ज कराने का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर 38 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। ठगों ने महिला ऑफिसर को 9 अप्रैल को फोन कर झांसे में लिया और फिर लगातार 22 दिन तक उसे डिजिटल अरेस्ट कर वारदात को अंजाम दिया।एक मई को जब सुजाता ने अपने पति को ठगों की बात करवाई कराई तो ठग बोला कि आपके साथ स्कैम हो गया। अब आप इस टेलीग्राम ग्रुप से बाहर हो जाइए और साइबर थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराइए।
इसके बाद पति-पत्नी गुरुवार शाम को पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह से मिले और घटना के संबंध में जानकारी दी। एसपी ने क्राइम ब्रांच प्रभारी अजय पवार को जांच कर FIR करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल 9 अप्रैल की दोपहर में डॉ. सुजाता को कॉल कर बताया कि उन्होंने लखनऊ से म्यांमार के लिए एक पार्सल बुक किया है, जिसमें 50 ग्राम एमडीएम भी निकला है। सुजाता ने खुद को निर्दोष बताया तो ठग ने उन्हें पुलिस थाना व सीबीआई थाना कोर्ट में कनेक्ट किया। इसके बाद उनका अरेस्ट वारंट व असेट सीज करने का ऑर्डर बताकर मदद करने का झांसा देकर 10 अप्रैल को ही 10 अलग-अलग एफडी तुड़वाकर 35 लाख रुपए अपने खाते में आरटीजीएस से ट्रांसफर करा लिए। ठगों ने सुजाता को इस संबंध में पति या किसी को भी बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। 26 अप्रैल को केस सैटल होने और उन्हें रिलीव मिलने का भरोसा दिया और एकाउंट में बचे रुपयों की जानकारी लेकर 3 लाख रुपए फिर ट्रांसफर कराए। बाद में महिला ने मामले की जानकारी पुलिस को दी और अब सायबर क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुट गई है।