डबरा में अवैध कॉलोनियों का गोरखधंधा: नगर पालिका क्षेत्र में बिना अनुमति कृषि भूमि पर बसी ‘श्याम बैली’ कॉलोनी!
डबरा। नगर पालिका क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों का निर्माण तेजी से बढ़ रहा है। इटावा होटल के पीछे, सेवा भारती क्षेत्र में चारों ओर किसानों की लहलहाती फसलों के बीच एक बड़ी कृषि भूमि को बिना किसी वैधानिक अनुमति के कॉलोनी में तब्दील कर दिया गया है। ‘श्याम बैली’ नाम से इस अवैध कॉलोनी में आरसीसी सड़कें बना दी गई हैं और भूखंडों की खुलेआम बिक्री की जा रही है। प्रशासन की नाक के नीचे यह खेल चल रहा है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने अब तक ठोस कार्रवाई नहीं की है।
पूरे डबरा में बड़े पैमाने पर चल रहा अवैध कॉलोनियों का खेल
सूत्रों के अनुसार, यह सिर्फ एक कॉलोनी की बात नहीं है। डबरा के विभिन्न हिस्सों में कृषि भूमि पर बिना अनुमति कॉलोनियां काटी जा रही हैं। भूमाफिया और कॉलोनाइजर किसानों को बहला-फुसलाकर उनकी जमीन खरीदते हैं या फिर सीधे ही कृषि भूमि को आवासीय क्षेत्र में बदलकर प्लॉटों की बिक्री शुरू कर देते हैं। इन कॉलोनियों में न तो पानी, बिजली, और सीवरेज जैसी सुविधाएं हैं, और न ही नगर एवं ग्राम निवेश विभाग (टीएनसीपी) की कोई मंजूरी ली गई है।
नगर पालिका और राजस्व विभाग की मिलीभगत?
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह अवैध कॉलोनी सिर्फ भूमाफियाओं की चाल नहीं, बल्कि इसमें नगर पालिका, राजस्व विभाग और टीएनसीपी के अधिकारियों की मिलीभगत भी शामिल है। बिना प्रशासन की सहमति के इतनी बड़ी जमीन पर कॉलोनी विकसित करना संभव नहीं है।
खरीदारों को धोखा: बिना वैधानिक अनुमति वाले प्लॉटों को खरीदने वाले लोग बाद में कानूनी पचड़ों में फंस सकते हैं।
नगरपालिका को नुकसान: इन कॉलोनियों में बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण नगर पालिका पर भविष्य में अतिरिक्त दबाव बढ़ रहा है।
प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी होगी
जनता ने जिला कलेक्टर और एसडीएम से मांग की है कि इस अवैध कॉलोनी को तुरंत सील किया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यदि जल्द ही इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक नहीं लगी, तो डबरा में कृषि भूमि पूरी तरह से अवैध कॉलोनियों में बदल सकती है, जिससे शहर की योजना और विकास पर गंभीर असर पड़ेगा।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस अवैध कॉलोनी को गिराने की हिम्मत दिखाता है या फिर भूमाफियाओं की शह पर यह खेल यूं ही जारी रहेगा।