सर्दी और अधिक उत्पादन का असर
सब्जी मंडी के व्यापारियों का कहना है कि ठंड के कारण मांग में कमी आई है, जबकि इस समय उत्पादन अधिक हो रहा है। यह असंतुलन सीधे तौर पर दामों को प्रभावित कर रहा है।
सब्जियों के दामों में बड़ी गिरावट
टमाटर, गोभी, मूली और पालक जैसी सब्जियों के दाम में 40-50% तक की गिरावट दर्ज की गई है। जो सब्जियां पहले 40-50 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही थीं, वे अब 20-25 रुपये प्रति किलोग्राम में उपलब्ध हैं।
मटर अब भी बनी महंगी
हालांकि, मटर के दाम में कोई खास कमी नहीं आई है। यह अभी भी 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच बिक रही है। व्यापारियों का कहना है कि मटर का उत्पादन अभी कम है, जिसके कारण इसका दाम स्थिर बना हुआ है।
फलों के दाम में राहत
फलों की बात करें तो अमरूद, केले और पपीते के दाम में गिरावट से आम उपभोक्ताओं को राहत मिली है। अमरूद अब 30-40 रुपये प्रति किलोग्राम और केले 40-50 रुपये प्रति दर्जन के दाम पर बिक रहे हैं।
ग्राहकों की प्रतिक्रिया
दामों में गिरावट से ग्राहकों ने राहत की सांस ली है। एक ग्राहक ने कहा, "सर्दी के मौसम में सब्जियों के दाम कम होने से घर का बजट संभल गया है। हालांकि, मटर अभी भी महंगी है, लेकिन बाकी चीजों में कमी से संतोष है।"
व्यापारियों की चिंता
दामों में गिरावट से व्यापारियों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। अधिक उत्पादन और मांग की कमी ने उनकी बिक्री प्रभावित की है। उनका कहना है कि यह स्थिति कुछ समय तक ही रहेगी और ठंड के खत्म होने के बाद दामों में फिर से बढ़ोतरी हो सकती है।
सर्दी के साथ जारी रहेगा असर
विशेषज्ञों का मानना है कि सर्दी के मौसम में मांग और आपूर्ति के बीच असंतुलन फल और सब्जियों के दाम को और प्रभावित कर सकता है। ऐसे में उपभोक्ताओं को आने वाले दिनों में भी राहत मिल सकती है।