ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक संबंधों में बढ़ा तनाव
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंधों में भारी गिरावट देखी जा रही है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है, वीजा सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और आपसी बातचीत पर पूर्ण विराम लगा दिया गया है।
भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक्स के बाद, पाकिस्तान ने इस कार्रवाई को “युद्ध का ऐलान” करार दिया है। इसके जवाब में दोनों देशों ने अपने-अपने राजनयिक मिशनों से अधिकारियों को वापस बुला लिया है, जिससे द्विपक्षीय कूटनीतिक संवाद की सभी संभावनाएं क्षीण हो गई हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस तेजी से बिगड़ते हालात पर गंभीर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव, अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ समेत कई प्रमुख देशों ने दोनों राष्ट्रों से संयम बरतने और संवाद से समाधान निकालने की अपील की है।
हालात को देखते हुए दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता को लेकर खतरा मंडराने लगा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह तनाव यूं ही बढ़ता रहा, तो इससे न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा प्रभावित होगी, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।