ग्वालियर पुलिस को चकमा देने के लिए झपटमारों ने पुलिस के नाम का सहारा ले लिया। बदमाशो ने बाइक की आगे और पीछे की नंबर प्लेट पर रजिस्ट्रेशन नंबर की जगह पुलिस लिखकर लूट करने निकले। तीन दिन पहले महिला के गले से मंगलसूत्र लूट कर भाग गए थे। लेकिन पुलिस को चकमा देने के लिए बाइक पर पुलिस लिखा स्टीकर लगाना उनकी आफत बन गया। फुटेज में स्टीकर देखकर बाइक और लुटेरों का ठिकाना मिल गया।बीते दिनों अभिनंदन वाटिका के पास शशि सेन निवासी सात नंबर चौराहा मुरार के गले से मंगलसूत्र दुष्यंत पुत्र जगदीश शर्मा निवासी अंबाह (मुरैना) और उसके साथी वीरप्रताप उर्फ पन्चू पुत्र रामौतार तोमर निवासी खनेता मुरैना ने लूटा था। दंपती घर से शादी में शामिल होने के लिए निकले थे। रास्ते में दुष्यंत और पंचू की नजर शशि के गले में मंगलसूत्र पर पड़ी तो झपटमारों ने उनका पीछा कर उन्हें लूट लिया। दुष्यंत और पंचू ने खुलासा किया महंगे शौक पूरा करने के लिए झपटमार बने हैं। इसके अलावा दो तीन लूट और कर चुके हैं। जेल में दोनों की दोस्ती हुई बाहर निकलकर साथ में झपटमारी कर रहे हैं। दुष्यंत बाइक ड्राइव करता था, पंचू झपटटा मारता था।शशि सेन से मंगलसूत्र लूटकर दुष्यंत और पंचू घर भागे। उनका रूट ट्रैक करने के लिए पुलिस ने रास्ते के सीसीटीवी खंगाले। फुटेज में झपटमारों की बाइक पर पुलिस लिखा दिखा। फुटेज चैक करते हुए पुलिस दुष्यंत के मोहल्ले तक पहुंच गई। यहां लोगों को फुटेज दिखाए तो दुष्यंत का पता मिल गया। उसने पंचू का नाम पता बता दिया। पुलिस ने बताया झपटमारों को दबोच कर लूट में इस्तेमाल बाइक और लूटा मंगलसूत्र भी बरामद हो गया।लुटेरों ने खुलासा दुष्यंत ने बाइक पर रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं लिखवाए इससे गाड़ी और उनकी पहचान आसानी से होती। बाइक की आगे और पीछे की नंबर प्लेट पर पुलिस लिखा स्टीकर लगाया था। क्योंकि बाइक पर पुलिस लिखा देखकर चैकिंग में पुलिस रोकती नहीं थी।