ग्वालियर पुलिस ने 5 हजार के इनामी बदमाश को पकड़ा: सिवनी की क्लिनिक में काम कर रहा था आरोपी; पेशेंट बनकर पहुंची पुलिस
ग्वालियर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए 5 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। यह बदमाश काफी समय से फरार था और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
आरोपी सिवनी की एक क्लिनिक में काम कर रहा था, जहां वह अपनी पहचान छुपाकर साधारण कर्मचारी के रूप में रह रहा था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि वह क्लिनिक में काम कर रहा है। इस सूचना के आधार पर एक टीम ने योजना बनाई और क्लिनिक में पेशेंट बनकर पहुंची। इस अनोखी रणनीति ने सफलता दिलाई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी पर कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। ग्वालियर पुलिस ने इस कार्रवाई के जरिए एक बार फिर अपनी मुस्तैदी और कुशलता का परिचय दिया है। अब आरोपी से पूछताछ की जा रही है ताकि उससे जुड़े अन्य मामलों का भी खुलासा हो सके।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। इससे कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी।
ग्वालियर के उटीला थाने में शुरू हुई पहली साइबर डेस्क: साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए लोगों को करेगी जागरूक, पीड़ितों की होगी काउंसलिंग
ग्वालियर के उटीला थाने में जिले की पहली साइबर डेस्क की शुरुआत की गई है। यह डेस्क साइबर अपराधों से निपटने और लोगों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाएगी। इसके साथ ही साइबर अपराध के शिकार हुए लोगों की काउंसलिंग कर उन्हें उचित समाधान देने का प्रयास किया जाएगा।
साइबर डेस्क का उद्देश्य तकनीकी अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए आम जनता को जागरूक करना है। डेस्क पर प्रशिक्षित कर्मी तैनात किए गए हैं, जो शिकायतों को सुनने, जांच करने और समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने का काम करेंगे। इसके अतिरिक्त, डेस्क पर आने वाले पीड़ितों को मानसिक और भावनात्मक सहायता भी प्रदान की जाएगी।
इस पहल के माध्यम से ग्वालियर पुलिस साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने और डिजिटल सुरक्षा के प्रति लोगों को शिक्षित करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि या साइबर फ्रॉड की सूचना तुरंत साइबर डेस्क को दें, ताकि समय पर कार्रवाई हो सके।
पिस्टल-माउजर रखने का शौकीन था रिटायर्ड फौजी: नींद की गोलियां न मिलने पर होता था उत्तेजित; पत्नी की हत्या के बाद किया सुसाइड
ग्वालियर में एक रिटायर्ड फौजी ने अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार, आरोपी फौजी को पिस्टल और माउजर रखने का शौक था। हाल के दिनों में वह मानसिक तनाव और नींद की गोलियों की लत से जूझ रहा था।
पुलिस के अनुसार, रिटायर्ड फौजी को जब नींद की गोलियां नहीं मिलती थीं, तो वह उत्तेजित और आक्रामक हो जाता था। घटना के दिन भी ऐसा ही हुआ, जब किसी बात पर विवाद के बाद उसने पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद को भी गोली मार ली।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को कमरे में हथियार और नींद की गोलियों के खाली पैकेट मिले। पड़ोसियों ने बताया कि आरोपी अक्सर अकेला रहता था और मानसिक रूप से परेशान दिखता था।
पुलिस मामले की जांच कर रही है और रिटायर्ड फौजी के मानसिक स्वास्थ्य और गोली चलाने की स्थिति को समझने के लिए गहराई से पड़ताल की जा रही है। यह घटना परिवार और समाज दोनों के लिए एक बड़ा सदमा है।