45,000 रुपए प्रति माह नौकरी छोड़कर गुडसेल शुरू करने की प्रेरणा क्या थी?
हरीश श्रीवास्तव बताते हैं: इस डिजिटल युग में हर कोई ऑनलाइन हो गया है इंटरनेट के जरीये आज ऑनलाइन टिकट बुकिंग, पिक्चर की टिकट, रेलवे टिकट बुकिंग, और बैंकिंग सेक्टर में भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन फ़ोन और लैपटॉप के जरिये हो जाते हैं इंटरनेट का प्रति लोगों का रुज़ान दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है जब मैंने ऑनलाइन मार्केट पर नजर डाली तो लगभग 60 से 70 प्रतिशत नई पीढ़ी के लोग प्रोडक्ट खरीदें या बेचने के लिया ऑनलाइन मार्केट का उपयोग कर रहा है दौड़ भाग वाली जिंदगी में आजकल समय की बड़ी कमी है जिस वजह से मैंने यह सोचा कि आने वाला समय ऑनलाइन का है और मैने यही सोच कर बैंक की नौकरी छोड़कर कर Goodsales.in शुरू किया।
बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के सामने प्रतिस्पर्धा करते हुए, गुडसेल शुरू करने का विश्वास कैसे मिला?
हरीश श्रीवास्तव बताते हैं: मुझे यह स्पष्ट था कि निरंतरता और कठिन परिश्रम किसी भी क्षेत्र में चमकने की कुंजी हैं। बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों की मौजूदगी के बावजूद, मैंने Goodsales.in के अनूठे मूल्य प्रस्ताव पर विश्वास किया। हम,अच्छी क्वालिटी, किफायती कीमतों और ग्राहक संतुष्टि पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जो मेरा मानना था कि हमें अलग करेगा।
हमारी ई-कॉमर्स वेबसाइट पर उत्पाद बेचने वाले हमारे व्यापारी को बहुत ही अफोर्डेबल प्राइस में मेम्बरशिप मिलती है। और उन्हें अपना माल खुद पैक नहीं करना पड़ता वह पैकिंग हम ही करते हैं और हम ही डिलीवरी भेजते हैं जिसका हम कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लेते और ग्राहक को जब उत्पाद मिलता है तो हम ओपन बॉक्स नीति का इस्तेमाल कि सुविधा देते हैं जिसने वहां दिया हुआ ऑर्डर ग्राहक खुद ही तुरंत चेक कर ले और अगर कोई भी गलत ऑर्डर पहुंचा गया है तो तुरंत ही वापस कर दे,
हम हर वक्त नई योजना ग्राहकों के लिए बनाते रहते हैं और ग्रहाकों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं और समस्या समझते हैं अलग-अलग तरह की नई योजनाओं को लागू करके हम अपने ग्राहकों को पूरी संतुष्टि दे पा रहे है और यही वजह है कि हम इस प्रतिस्पर्धा में खड़े उतर रहे है।
Good sale शुरू करते समय आपको कौन कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा और आपने उन्हें कैसे पार किया?
हरीश श्रीवास्तव बताते हैं: शुरुआती महीने चुनौतीपूर्ण थे विशेष रूप से जब कोई पूर्व E-commerce बिज़नेस अनुभव न होने के कारण। शुरुआती दिनों में जब Good sale शुरू किया तो हमें कई दिक्कतो का सामना करना पड़ा। टीम के कुछ सदस्य जिनपर मैं बहुत भरोसा करता था उनका अचानक से कंपनी छोड़ ने की वजह से कंपनी का मैनेजमेंट बिगड़ जाने के कारण गुड़सेल का एक दम नीचे आ जाती है। यह मेरे और कंपनी के लिए बहुत बड़ा धक्का था मैं सोच रहा था कि कंपनी चालू रखू कि बंद कर दूं तब मेरे परिवार ने मेरा बहुत साथ दिया मेरा पिता जी हमेश कहते थे तुम चिंता मत करो मै तुम्हारे साथ हू इस बात से मुझे बहुत हौसला मिलता था और नई ऊर्जा मिलती थी | फिर कुछ लोगों ने मेरा मार्गदर्शन किया। उनमे से एक संदीप कुशवाह जी थे जो ITS ग्वालियर के फाउंडर है। और फिर मैंने अपनी पुरानी स्किल मार्केटिंग और फाइनेंस के दम पर काम कर एक नई टीम बनाई और फिर सब चीजें आकार लेने लगीं, एक-दूसरे से सीखते हुए और हमारे प्रयासों में निरंतर रहते हुए धीरे-धीरे हम लाभ में जाने लगे
हरीश श्रीवास्तव बताते हैं:
मेरी सलाह होगी कि कभी हार मत मानो, चुनौतियों के बावजूद।
निरंतरता और दृढ़ संकल्प आपकी सबसे बड़ी संपत्ति हैं। भले ही आप छोटे स्तर पर शुरू करें, कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ, सफलता अनुसरण करेगी। अपने दृष्टिकोण में हमेशा विश्वास रखें और इसे वास्तविकता बनाने के लिए अथक परिश्रम करें।
आपकी प्रेरणादायक यात्रा साझा करने के लिए धन्यवाद। Goodsales.in और आपकी उद्यमी यात्रा के बारे में जानना उपयोगी रहा।