ग्वालियर के कुंज विहार में गोलीबारी से दहशत: मामूली विवाद ने लिया हिंसक रूप
ग्वालियर। कुंज विहार इलाके में मंगलवार रात को ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना ने इलाके में दहशत फैला दी। यह पूरा मामला एक गाय बांधने को लेकर हुए विवाद से शुरू हुआ, जो देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया।दोपहर के समय कुंज विहार में दो पड़ोसियों के बीच गाय बांधने को लेकर कहासुनी हुई। मामूली विवाद ने जल्द ही तूल पकड़ लिया, और दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज होने लगी। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस तक पहुंच गया।पुलिस की दखल के बाद दोनों पक्षों के खिलाफ FIR दर्ज की गई, लेकिन बाद में समझौता भी हो गया। स्थानीय लोगों ने समझौता कराकर मामले को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन यह शांति ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी।रात करीब 10 बजे एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर पर हमला कर दिया। हथियारों से लैस लोगों ने घर पर फायरिंग की, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। गोलीबारी में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन हमला करने वालों ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने मामले में हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
ग्वालियर में इंटर स्टेट वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश: बुलेट सहित पांच बाइक बरामद
ग्वालियर। शहर की पुलिस ने एक बड़े इंटर स्टेट वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह ग्वालियर और आसपास के इलाकों से मोटरसाइकिलें चुराकर राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बेचता था। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से बुलेट सहित पांच मोटरसाइकिलें बरामद की हैं।पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह चोरी की गाड़ियां ऑर्डर पर चुराता था। गिरोह के सदस्य पहले से यह तय करते थे कि किस मॉडल और ब्रांड की गाड़ी चोरी करनी है। चुराई गई गाड़ियां राजस्थान के दूरदराज इलाकों में बेची जाती थीं, जहां इनकी पहचान कर पाना मुश्किल होता था।क्राइम ब्रांच को लंबे समय से इस गिरोह की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। पुलिस ने जाल बिछाकर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की निशानदेही पर चोरी की पांच मोटरसाइकिलें बरामद की गईं, जिनमें एक बुलेट भी शामिल है।
ग्वालियर में ऑटो से खतरनाक स्टंट का वीडियो वायरल: पुलिस ड्राइवर की तलाश में
ग्वालियर। शहर में एक ऑटो ड्राइवर द्वारा खतरनाक स्टंट करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ऑटो ड्राइवर ने शहर के पांच अलग-अलग स्थानों पर स्टंट करते हुए खुद और अन्य लोगों की जान खतरे में डाल दी। इस घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ऑटो ड्राइवर की तलाश की जा रही है।वीडियो में ऑटो ड्राइवर को शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों, जैसे फूलबाग, एमएलबी रोड, और गेंडेवाली सड़क पर खतरनाक स्टंट करते हुए देखा गया। वह कभी तेज रफ्तार में ऑटो को झुकाकर चलाता है, तो कभी ऑटो को सिर्फ दो पहियों पर बैलेंस करता है। यह स्टंट न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा भी है।यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो को देखने के बाद शहर के नागरिकों ने अपनी नाराजगी जताई और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुनर्विकास की धीमी रफ्तार: ग्वालियर रेलवे स्टेशन का आधा से ज्यादा काम अधूरा
ग्वालियर। शहर के ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम तय समय सीमा पर पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। परियोजना की डेडलाइन खत्म होने में अब केवल 14 दिन शेष हैं, लेकिन अभी भी 55% काम अधूरा है। यह देरी यात्रियों के लिए असुविधा और निर्माण कंपनी के प्रति प्रशासन की उदासीनता को उजागर कर रही है।पुनर्विकास योजना के तहत ग्वालियर रेलवे स्टेशन को आधुनिक और विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करना था। इसमें यात्रियों के लिए एस्केलेटर, वेटिंग लाउंज, साफ-सुथरे प्लेटफॉर्म, और बेहतर पार्किंग सुविधाएं शामिल थीं।निर्माण कार्य की प्रगति काफी धीमी रही है। परियोजना के कई हिस्से, जैसे छत निर्माण, प्लेटफॉर्म सुधार, और यात्री सुविधाओं का उन्नयन अभी अधूरे हैं। अधिकारियों के मुताबिक, निर्माण सामग्री की कमी और तकनीकी बाधाओं के कारण काम में देरी हो रही है।निर्माण कार्य के चलते प्लेटफॉर्म्स पर गंदगी और अव्यवस्था का माहौल है। यात्री सुविधाओं में कमी के कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर त्योहारों और छुट्टियों के दौरान स्टेशन पर भीड़ बढ़ने से स्थिति और बिगड़ रही है।
केंद्र सरकार के बोर्डिंग स्कूल और शासकीय विद्यालय में छात्रों से दुर्व्यवहार का खुलासा
ग्वालियर। छात्रों को शिक्षकों से प्रेरणा और मार्गदर्शन की उम्मीद होती है, लेकिन ग्वालियर के दो अलग-अलग स्कूलों से ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां छात्रों को शिक्षकों की प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा। एक मामला केंद्र सरकार के बोर्डिंग स्कूल से जुड़ा है, जबकि दूसरा महाराजपुरा के शासकीय विद्यालय का है। इन दोनों मामलों में जांच के बाद पांच शिक्षकों को दोषी पाया गया है, जिनमें से तीन पर कार्रवाई की गई है।केंद्र सरकार के एक प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल में छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। आरोप है कि शिक्षक अनुशासन के नाम पर छात्रों को अपमानित करते थे और उनके साथ कठोर व्यवहार करते थे।महाराजपुरा के शासकीय विद्यालय में भी छात्रों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतें सामने आईं। यहां छात्रों ने बताया कि शिक्षक उन्हें छोटी-छोटी गलतियों पर डांटते-फटकारते थे और कभी-कभी शारीरिक सजा भी दी जाती थी।