जेएएच और मुरार अस्पताल में दवाओं की कमी, मरीजों पर महंगी दवाओं का बोझ
ग्वालियर के जेएएच और मुरार जिला अस्पताल में दवाओं की कमी मरीजों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। भले ही सरकार 390 प्रकार की दवाएं उपलब्ध कराने का दावा करती है, लेकिन हकीकत यह है कि दवा स्टोर पर पर्चे में लिखी कई दवाएं नहीं मिल रही हैं।
मुरार अस्पताल में बजट की कमी के कारण दवाओं का संकट बना हुआ है, और डॉक्टर मरीजों को केवल तीन दिन की दवाएं लिख रहे हैं। वायरल फीवर और चिकनगुनिया जैसे रोगों में मरीजों को लंबे समय तक दवाओं की जरूरत होती है, जिससे वे महंगी दवाएं बाजार से खरीदने को मजबूर हैं।
सबसे अधिक परेशानी एक हजार बिस्तर वाले अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों को हो रही है, जिन्हें कई बार बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। जेएएच में न केवल ग्वालियर बल्कि अन्य जिलों और राज्यों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं, जिससे दवाओं की कमी का असर व्यापक हो रहा है।
शहर में पुलिस की सख्ती: सड़कों पर कार्रवाई, लेकिन शराबखोरी पर असर नहीं
शहर में कानून व्यवस्था बिगड़ती स्थिति को सुधारने के लिए पुलिस सक्रिय हुई है। लगातार दूसरे दिन पुलिस ने सड़कों पर उतरकर कार्रवाई की। गाड़ियों पर बिना अनुमति हूटर लगाने वालों और कारों के शीशों पर लगी काली फिल्म हटाने जैसी सख्त कार्रवाई की गई।
हालांकि, खुले में शराब पीने वालों और हॉकर्स जोन या ठेलों के आसपास शराबखोरी करने वालों पर पुलिस की कार्रवाई प्रभावी नहीं दिखी। शराब की दुकानों के आसपास शराब पीने की घटनाएं जारी रहीं, जो माहौल खराब करने का मुख्य कारण बनती हैं। इन जगहों पर अक्सर नशे में झगड़े और उपद्रव की स्थिति बनती है, जिसके लिए पुलिस को और कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
शहर के विभिन्न इलाकों का जायजा लेने पर पुलिस चौराहों पर तैनात और गाड़ियों की चेकिंग करती नजर आई। कुछ जगह नशा करने वालों पर कार्रवाई भी हुई, लेकिन शराब की दुकानों के आसपास की सख्ती अब भी नाकाफी साबित हो रही है।
भितरवार: अतिथि शिक्षक ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखी दर्दभरी कहानी
ग्वालियर जिले के भितरवार थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 10 में पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह जब लोगों ने शव को पेड़ से लटका देखा तो पुलिस को मामले की सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की पहचान भितरवार के रहने वाले रमन शिवहरे पिता अशोक शिवहरे के रूप में की है।
मृतक खेड़ा पलायछा गांव में शासकीय स्कूल में अतिथि शिक्षक के रूप में बच्चों को शिक्षा प्रदान करता था। जब मृतक की तलाशी ली गई तो, उसकी जेब में एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें लिखा, ‘मैं अपनी जिंदगी से तंग आकर जान दे रहा हूं’। मृतक ने आगे लिखा कि, मैं अपने घर के पास इसलिए सुसाइड कर रहा हूं जिससे मेरी बॉडी परिजनों को मिल सके’,
मामला कर पुलिस आत्महत्या का कारण पता लगाने में जुट गई है। वही मृतक युवक रमन शिवहरे को ऐसी कौन सी परेशानी थी जिसके कारण उसने यह कदम उठाया इसको लेकर भी पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है। शव को पीएम के लिए पहुंचाया गया है। और पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी घटना का खुलासा भी होगा।
ग्वालियर: 10 महीने से खुदी पड़ी सड़क, अब 5 महीने और इंतजार
फूलबाग चौपाटी से चेतकपुरी तक की सड़क पिछले 10 महीनों से खुदी हुई है, जिससे स्थानीय लोग धूल और मिट्टी झेलने को मजबूर हैं। जहां पाइपलाइन बिछाने के लिए खुदाई हुई, वहां ठेकेदार ने गिट्टी बिछाकर काम अधूरा छोड़ दिया। ठेकेदार से जब लोगों ने सड़क निर्माण के बारे में पूछा, तो उसने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया।
इस मार्ग पर 2780 मीटर लंबी स्ट्रोर्म वाटर ड्रेन पाइपलाइन बिछाई जा रही है, जो फूलबाग चौपाटी से चेतकपुरी होते हुए कुलदीप नर्सरी तक फैली है। लेकिन निर्माण कार्य की धीमी गति ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं।
स्थिति ऐसी है कि बसंत विहार से सफेद कपड़ों में कोई व्यक्ति निकले तो चेतकपुरी पहुंचने तक उनके कपड़े मटमैले हो जाते हैं। इस मार्ग पर धूल के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है, जिससे शहर के प्रदूषण स्तर में भी वृद्धि हो रही है। साथ ही, सड़क की दुर्दशा के कारण यहां जाम की समस्या आम हो गई है।
स्थानीय निवासियों को अब सड़क निर्माण कार्य पूरा होने के लिए पांच और महीने इंतजार करना होगा।
ग्वालियर में तानसेन शताब्दी समारोह की भव्य शुरुआत: कला और संगीत का उत्सव
ग्वालियर के मोहम्मद गौस के मकबरे पर स्थित तानसेन की समाधि पर 14 दिसंबर से आरंभ होने वाले प्रतिष्ठित तानसेन शताब्दी समारोह में प्रख्यात तबला वादक पद्मश्री स्वपन चौधरी को 2023 का तानसेन रत्न अलंकरण प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान समारोह के उद्घाटन के अवसर पर दिया जाएगा।
इस वर्ष तानसेन समारोह अपनी शताब्दी मना रहा है, जिसके अंतर्गत देशभर में संगीत समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। इस आयोजन की शुरुआत 14 नवंबर से जयपुर के जवाहर कला केंद्र में हुई, जहां भोपाल के वायलिन वादक पंडित प्रवीण शेवलीकर, चेताली शेवलीकर, तबला वादक डॉ. प्रवीण उद्भव, श्रृतु उद्भव और मुंबई की प्रसिद्ध गायिका गौरी पाठारे ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। इसके अतिरिक्त वडोदरा (गुजरात), खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) और वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में भी संगीत सभाओं का आयोजन किया जाएगा।
समारोह के दौरान एक अन्य प्रतिष्ठित सम्मान राज मानसिंह तोमर अलंकरण इंदौर की सांस्कृतिक संस्था सानंद को प्रदान किया जाएगा।
मध्यप्रदेश के संस्कृति विभाग ने इस भव्य आयोजन के लिए विशेष तैयारियां की हैं, जो तानसेन समारोह की ऐतिहासिकता और गौरव को और अधिक बढ़ाएंगी।