ग्वालियर में डॉक्टरों की लापरवाही से प्रीति की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मृतका के पति ने कलेक्टर कार्यालय की जनसुनवाई में पहुंचकर न्याय की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि कोर्ट में मामला होने के बावजूद दोषियों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। नवंबर में सीजर ऑपरेशन के बाद प्रीति की मौत ने ग्वालियर में स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रीति के पति का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही और अस्पताल प्रबंधन की उदासीनता ने उनकी पत्नी की जान ले ली। परिवार ने दोषियों को सजा दिलाने की मांग की है। प्रीति के पति ने जनसुनवाई में गुहार लगाते हुए कहा कि उन्होंने डॉक्टरों पर भरोसा किया, लेकिन उनकी लापरवाही ने उनकी पत्नी को छीन लिया। उन्होंने मांग की कि दोषी डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। प्रीति की मौत के मामले ने ग्वालियर में स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों को उजागर कर दिया है। जनसुनवाई में प्रीति के पति ने कहा कि कोर्ट तक मामला पहुंचने के बावजूद दोषियों पर कोई कार्रवाई न होना न्याय प्रणाली पर भी सवाल खड़ा करता है। प्रीति की मौत के बाद परिवार ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जनता और सामाजिक संगठनों ने भी इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है। कई लोग स्वास्थ्य विभाग से दोषी डॉक्टरों पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।