महिला का दावा:
शिकायतकर्ता महिला ने कहा कि चौहान ने उसे शादी का झांसा दिया और लंबे समय तक शोषण करते रहे। इस दौरान उनका एक बेटा भी हुआ। महिला का कहना है कि बेटा चौहान की ही संतान है, और वह इसका डीएनए टेस्ट कराने के लिए तैयार है।
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि चौहान के खिलाफ पहले से ही 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी असलियत छिपाई और उसे धोखा दिया। महिला का कहना है कि चौहान ने शुरू से ही उसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाया, लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो उन्होंने संबंध खत्म कर लिए।
पुलिस की कार्रवाई:
महिला थाना पुलिस ने तहसीलदार शत्रुघन सिंह चौहान के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (दुष्कर्म), 420 (धोखाधड़ी), और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी से पूछताछ की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
चौहान पर पहले से दर्ज हैं 16 आपराधिक मामले:
शत्रुघन सिंह चौहान पर पहले से 16 क्रिमिनल केस दर्ज हैं, जिसमें धोखाधड़ी और अन्य गंभीर आरोप शामिल हैं। शिकायतकर्ता महिला का कहना है कि चौहान ने अपने आपराधिक रिकॉर्ड और निजी जीवन से जुड़ी अहम जानकारियां छुपाई थीं।
सामाजिक और प्रशासनिक हलचल:
इस मामले ने ग्वालियर प्रशासन और समाज में हड़कंप मचा दिया है। तहसीलदार जैसे वरिष्ठ अधिकारी पर इतने गंभीर आरोप लगने से उनके पद की गरिमा पर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासन की ओर से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
महिला की मांग:
महिला ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा है कि डीएनए टेस्ट के जरिए उनके बेटे की पहचान साबित की जाए। साथ ही, उसने आरोपी तहसीलदार के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला ग्वालियर के साथ-साथ प्रदेशभर में चर्चा का विषय बन गया है। अब देखना होगा कि जांच के बाद इस मामले में क्या सच्चाई सामने आती है।