जमीन पर कब्जा बना विवाद की वजह
पीड़ित किसान ने शिकायत में बताया कि उसके ताऊ और उनके दो बेटों ने उसकी पांच बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया है। यह जमीन उसकी गुजर-बसर का एकमात्र साधन थी। ताऊ और उनके बेटों ने जबरन खेत पर कब्जा कर लिया और उसे और उसके परिवार को धमकियां दीं।
पलायन को मजबूर हुआ परिवार
किसान ने बताया कि ताऊ के दबदबे और लगातार मिल रही धमकियों के चलते उसका परिवार अपना गांव छोड़ने को मजबूर हो गया है। उसने कहा कि अब उनके पास न तो जमीन बची है और न ही कोई अन्य आय का स्रोत।
जनसुनवाई में लगाई न्याय की गुहार
किसान और उसकी मां ने पुलिस अधिकारियों से ताऊ और उनके बेटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने अपनी जमीन वापस दिलाने और परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए बहोड़ापुर थाना पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
इस घटना ने गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे विवादों से गांव की शांति भंग हो रही है।
जरूरत न्याय की
यह घटना ग्रामीण इलाकों में जमीन संबंधी विवादों को उजागर करती है और ऐसे मामलों में सख्त कानून और निष्पक्ष कार्रवाई की जरूरत को रेखांकित करती है। पीड़ित किसान को न्याय मिलने से न केवल उसका विश्वास बहाल होगा, बल्कि अन्य पीड़ितों को भी न्याय की उम्मीद जगेगी।