ग्वालियर: कालरा अस्पताल में लापरवाही से छह बुजुर्गों की आंखों में संक्रमण, ओटी सील
ग्वालियर के कालरा अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद छह बुजुर्गों की आंखों में संक्रमण का मामला सामने आया है। संक्रमण के कारण उनकी आंखों की रोशनी पर संकट मंडरा रहा है। सीएमएचओ (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी) ने तुरंत संज्ञान लेते हुए अस्पताल में एक जांच टीम भेजी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए ऑपरेशन थिएटर (ओटी) को सील कर दिया गया है।संक्रमण से प्रभावित बुजुर्गों का इलाज फिलहाल जिला अस्पताल में विशेषज्ञों की निगरानी में किया जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण गंभीर है और यह कहना मुश्किल है कि उनकी आंखों की रोशनी वापस आएगी या नहीं। स्वास्थ्य विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि ऑपरेशन के दौरान किस स्तर पर लापरवाही हुई।सीएमएचओ के अनुसार, प्रारंभिक जांच में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। यदि जांच में गड़बड़ी साबित होती है, तो अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश की जाएगी। ऑपरेशन थिएटर में साफ-सफाई और संक्रमण नियंत्रण से संबंधित मानकों का पालन न करना इस घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है।संक्रमण की घटना के बाद मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताई है। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल ने ऑपरेशन से पहले उचित तैयारी नहीं की और बिना पर्याप्त एहतियात बरते ऑपरेशन किस्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों को संक्रमण नियंत्रण और स्वच्छता के मानकों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। विभाग ने यह भी कहा है कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही के लिए जिम्मेदार अस्पतालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सेंट्रल जेल में महिला की संदिग्ध मौत: परिजनों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
ग्वालियर। सेंट्रल जेल में बंद एक महिला कैदी की तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। महिला को चेक बाउंस केस में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल अधीक्षक का कहना है कि महिला को 18 तारीख को ही रिहा कर दिया गया था। इस घटना के बाद जेल प्रशासन और चिकित्सा सुविधाओं को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।महिला की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि महिला की तबीयत बिगड़ने पर समय पर इलाज नहीं कराया गया। परिजन यह भी दावा कर रहे हैं कि उन्हें महिला की हालत के बारे में सही जानकारी नहीं दी गई।जेल अधीक्षक ने सफाई देते हुए कहा कि महिला को 18 तारीख को ही रिहा कर दिया गया था और तब उसकी तबीयत ठीक थी। उन्होंने कहा कि जेल में महिला कैदियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जाती है, और इस मामले में भी पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया था।महिला की मौत का असली कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम कराया गया है। डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जांच कर रही है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन इस मामले में रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
ग्वालियर में भाजपा-कांग्रेस के बीच टकराव: पुतले फूंके, सड़क बनी अखाड़ा
ग्वालियर। भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया जब कांग्रेस कार्यालय के सामने दोनों दलों के समर्थकों ने एक-दूसरे के पुतले फूंके। सड़क पर करीब आधे घंटे तक हंगामे और टकराव के हालात बने रहे।भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ भ्रष्टाचार और महंगाई को लेकर पुतला दहन किया, जबकि कांग्रेस ने भाजपा सरकार की नीतियों को लेकर विरोध जताया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तीखे आरोप लगाए। नारेबाजी के दौरान स्थिति और बिगड़ गई, जिससे आम जनता को भी परेशानी हुई।हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। हालांकि, इस दौरान किसी के गंभीर रूप से घायल होने की खबर नहीं है। पुलिस ने दोनों पक्षों के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनता के मुद्दों से भटकाने के लिए यह ड्रामा रचा जा रहा है। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा पर सत्ता के दुरुपयोग और लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म करने का आरोप लगाया।
डीजल डालकर विवाहिता को जलाने की कोशिश: ग्वालियर पुलिस ने ससुराल पक्ष पर मामला दर्ज किया
ग्वालियरमे महिला सुरक्षा के दावों के बीच एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शहर के महलगांव इलाके में दो बच्चों की मां को डीजल डालकर जलाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। गंभीर रूप से झुलसी महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।पुलिस को दिए अपने बयान में महिला ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष के लोग उसे लंबे समय से प्रताड़ित कर रहे थे। उसने कहा कि मामूली घरेलू विवाद के बाद ससुराल वालों ने डीजल डालकर उसे आग लगा दी। महिला ने आरोप लगाया कि दहेज को लेकर उसे लगातार मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा है।झुलसी महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है। महिला के शरीर का बड़ा हिस्सा जल चुका है, और उसे बचाने के लिए डॉक्टरों की एक विशेष टीम इलाज में जुटी है।घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता का बयान दर्ज किया। पुलिस ने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला के पति, सास और देवर को मुख्य आरोपित बताया जा रहा है।