पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव नेआज ग्वालियर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पिछले 20 वर्षों से शिवराज सिंह चौहान की सरकार मध्यप्रदेश के कर्मचारियों को केवल धोखा दे रही है। उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव का समय आता है, सरकार बड़े-बड़े वादे करती है, चाहे वह नियमितीकरण का मामला हो, शिक्षा कर्मियों या नर्सिंग स्टाफ का, या अन्य विभागों के कर्मचारियों की पदोन्नति का। लेकिन, हर बार कर्मचारियों को सिर्फ छलावा ही दिया जाता है।
अतिथि शिक्षकों के साथ हुई मारपीट की घटना की निंदा करते हुए यादव ने कहा कि यह कृत्य अस्वीकार्य है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे पर संज्ञान लें और झूठे वादों से जनता और कर्मचारियों को गुमराह करना बंद करें। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रदेश कार्यकारिणी के गठन को लेकर अरुण यादव ने कहा कि जीतू पटवारी सभी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर रहे हैं, और जल्द ही प्रदेश की नई कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी। विजयपुर उपचुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कांग्रेस निश्चित रूप से विजयपुर और बीना में जीत दर्ज करेगी, और यहां तक कि शिवराज सिंह चौहान की सीट पर भी जीतने का विश्वास जताया।
खरगोन में डिप्टी रेंजर पर हुए हमले के बारे में यादव ने कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने प्रदेश में माफियाओं की सक्रियता पर भी चिंता जताई, यह कहते हुए कि सरकार का माफियाओं पर कोई नियंत्रण नहीं है और पुलिसिंग भी माफियाओं के सामने असफल हो गई है।
Gwalior News-3: भारत-बांग्लादेश मैच का बहिष्कार, हिंदू संगठनों के विरोध के कारण बांग्लादेश टीम की सुरक्षा कड़ी
ग्वालियर में 6 अक्टूबर को होने वाले भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 मैच के लिए दोनों टीमें शहर में पहुंच चुकी हैं। बांग्लादेश में हाल ही में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद से हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में कई हिंदू संगठनों ने इस मैच का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इसी के चलते बांग्लादेश टीम की सुरक्षा को भारतीय टीम की तुलना में अधिक सख्त किया गया है।
खास तौर पर सुरक्षा के मद्देनजर बांग्लादेशी टीम के कई कार्यक्रमों में बदलाव किया गया है। पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार बांग्लादेश की टीम को जुम्मे की नमाज़ अदा करने के लिए ग्वालियर की मोती मस्जिद जाना था, लेकिन अंत समय में इस योजना को रद्द कर दिया गया।
इसके अलावा, बांग्लादेश टीम के ग्वालियर के किले और अन्य ऐतिहासिक स्थलों पर भ्रमण के कार्यक्रम को भी सुरक्षा कारणों से निरस्त कर दिया गया है।
अब बांग्लादेश टीम को केवल होटल और स्टेडियम के बीच यात्रा की अनुमति है, जिससे उन्हें शहर के अन्य हिस्सों में जाने से रोका जा रहा है। जब भी बांग्लादेशी टीम होटल से निकलती है, तो सुरक्षा के चलते पूरे मार्ग पर ट्रैफिक को रोक दिया जाता है, ताकि विरोध प्रदर्शन या किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
Gwalior News-4 LNIPE दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री मांडविया: भारत के खेल भविष्य पर दृष्टिकोण
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख भाई मांडविया ग्वालियर पहुंचे और LNIPE के दीक्षांत समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, "आज मुझे ग्वालियर आकर बेहद खुशी हो रही है, क्योंकि यह राजमाता विजयाराजे सिंधिया की कर्मभूमि रही है। मैं यहां हमारी फिजिकल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने आया हूं, और यह वह समय है जब देश खेल क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश तेजी से बदल रहा है और एक नए भारत का निर्माण हो रहा है। जब 2036 में भारत ओलंपिक की मेजबानी करेगा, तब तक हमें आने वाले 10 वर्षों में खेल क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 10 में स्थान बनाना होगा।
इसके साथ ही, देश की आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर हमें वैश्विक खेल मंच पर शीर्ष 5 में शामिल होना है। इसके लिए हमें अच्छे कोच, बेहतरीन ट्रेनिंग और नई प्रतिभाओं की पहचान की आवश्यकता होगी। हमारे संस्थान ऐसे कोचों को तैयार कर रहा है जो भविष्य में देश के खेल क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। यहां फिजिकल एजुकेशन में डिप्लोमा, डिग्री, पीजी और पीएचडी तक की शिक्षा प्रदान की जा रही है, जो आने वाले समय में देश की नई खेल पीढ़ी को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।"