ग्वालियर: प्रधान आरक्षक के घर चोरी करने वाला चोर पकड़ा गया, चोरी किए गए गहने बरामद
ग्वालियर कंपू थाना पुलिस ने प्रधान आरक्षक के घर हुई चोरी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने चोर को सचिन तेंदुलकर मार्ग से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी के पास से चोरी किए गए गहने और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।ग्वालियर के कंपू थाना क्षेत्र में प्रधान आरक्षक के घर में कुछ दिन पहले चोरी की वारदात हुई थी। चोर ने घर में घुसकर गहने और अन्य कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया था। घटना के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मुखबिर से सूचना मिली कि संदिग्ध चोर सचिन तेंदुलकर मार्ग पर मौजूद है।पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संदिग्ध चोर को सड़क किनारे खड़े पाया। पूछताछ में उसने चोरी की वारदात को स्वीकार कर लिया। उसके पास से चोरी किए गए गहने और सामान बरामद किए गए।कंपू थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के दौरान उसने कई और चोरी की वारदातों में शामिल होने की बात भी कबूल की है। पुलिस अब उससे अन्य मामलों की भी जानकारी जुटा रही है।गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ पहले भी चोरी के मामले दर्ज हैं। पुलिस अब उससे जुड़े अन्य अपराधों की जांच कर रही है।
रेप और ब्लैकमेल के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
ग्वालियर मुरार थाना पुलिस ने एक महिला से रेप और बाद में ब्लैकमेल करने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पीड़िता के भाई के साथ कंस्ट्रक्शन का काम करता था। उसने महिला को धमकाया कि अगर उसने किसी को कुछ बताया तो वह उसके पति को जान से मार देगा। आरोपी पीड़िता को ब्लैकमेल कर कई बार उसका शोषण करता रहा। वह अपने हाथ और गला काटने की धमकी देकर उसे डराता था। डर और धमकी के कारण पीड़िता लंबे समय तक इस बात को छिपाए रही। आखिरकार, उसने अपनी आपबीती अपने परिवार को बताई। पीड़िता के परिवार ने मुरार थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी, पीड़िता के भाई के साथ कंस्ट्रक्शन का काम करता था। इस संबंध का फायदा उठाकर उसने पीड़िता के साथ नजदीकियां बढ़ाईं और बाद में उसका शोषण शुरू कर दिया। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की धमकी या ब्लैकमेल का शिकार होने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें। ऐसे मामलों में पीड़ितों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
सीएम ने की अटलजी की स्मृतियों को सहेजने की घोषणा, समिति होगी गठित
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ग्वालियर गौरव दिवस के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को सहेजने और उनकी विरासत को संरक्षित करने के लिए एक समिति बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, "अटलजी का व्यक्तित्व विराट था। उन्होंने हमेशा विकास के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाया। उनकी सोच और आदर्श आज भी हमें प्रेरणा देते हैं।"
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अटलजी से जुड़ी हर स्मृति को सहेजा जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके योगदान को जान सकें। इसके लिए एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा, जो अटलजी के जीवन और कार्यों से जुड़े स्थलों और दस्तावेजों का संकलन करेगी।
ग्वालियर गौरव दिवस के दौरान शहर की 8 विभूतियों को उनकी असाधारण उपलब्धियों और सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। इन विभूतियों ने ग्वालियर के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और समर्पण से शहर का नाम रोशन किया है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा, "ग्वालियर ने कई महान विभूतियां दी हैं, जिन्होंने न केवल प्रदेश बल्कि देश को गौरवान्वित किया है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके योगदान को सम्मानित करें और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करें।"
कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री और उपस्थित जनसमूह ने अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा, "अटलजी का ग्वालियर से विशेष लगाव था। यह शहर उनकी कर्मभूमि और प्रेरणा का स्रोत रहा है। उनकी स्मृतियों को सहेजना हमारी प्राथमिकता होगी।"
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, प्रशासनिक अधिकारी और शहरवासी उपस्थित थे। ग्वालियर गौरव दिवस की यह पहल शहर के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जसवंत मर्डर का कनाडा कनेक्शन: खालिस्तानी शूटर रिमांड पर, पंजाब पुलिस ने ग्वालियर में दबोचा
ग्वालियर में 7 नवंबर की रात जसवंत गिल उर्फ सोनी सरदार की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड में शामिल खालिस्तानी शूटर नवजोत सिंह और अनमोलप्रीत सिंह को पंजाब पुलिस ने विशेष सुरक्षा के तहत रिमांड पर लिया है। दोनों को डबरा थाने में लाया गया, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। जांच में सामने आया है कि दोनों शूटर आतंकी अर्श डल्ला के गुर्गे हैं। अर्श डल्ला, जो वर्तमान में कनाडा में है, खालिस्तानी गतिविधियों और भारत में आतंकी हमलों का संचालन करता है। सूत्रों के मुताबिक, जसवंत की हत्या के पीछे डल्ला के निर्देश थे। 7 नवंबर को जसवंत गिल को ग्वालियर में गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया। यह हमला सुनियोजित था, जिसमें नवजोत और अनमोलप्रीत ने सक्रिय भूमिका निभाई। ग्वालियर पुलिस ने स्थानीय जांच के बाद इन शूटरों की पहचान की और उनके खालिस्तानी कनेक्शन का पता लगाया। पंजाब पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर नवजोत और अनमोलप्रीत को गिरफ्तार किया। दोनों को पंजाब से ग्वालियर लाया गया है, जहां उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि इनसे पूछताछ के बाद खालिस्तानी नेटवर्क के बारे में और जानकारी मिलेगी। जसवंत गिल की हत्या ने खालिस्तानी आतंकवाद के खतरनाक नेटवर्क को फिर से उजागर कर दिया है। पुलिस का कहना है कि कनाडा में बैठे अर्श डल्ला जैसे आतंकियों के खिलाफ केंद्र सरकार और राज्य पुलिस मिलकर कार्रवाई कर रही है।