ग्वालियर शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये किए गए नियमों में बदलाव
शहर का यातायात सुव्यवस्थित करने ई-रिक्शा के रूट निर्धारित होंगे, लॉटरी पद्धति से होगा रूट निर्धारण । तिराहों-चौराहों की लेफ्ट साइड फ्री होंगीं, ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर दुर्घटना रोकने के लिये कारगर कदम उठाए जायेंगे । कलेक्टर, एसपी व नगर निगम आयुक्त ने शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर ली बैठक
ग्वालियर : शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये
ई-रिक्शा के रूट निर्धारित किए जायेंगे। शहर में संचालित सभी ई-रिक्शा का पंजीयन कराया जायेगा। पंजीयन के पश्चात निर्धारित रूट पर निर्धारित कलर कोडिंग के साथ व्यवस्थित रूप से संचालन की व्यवस्था की जायेगी। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान एवं पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह ने शुक्रवार को नगर निगम के बाल भवन में ट्रैफिक प्लान को लेकर आयोजित हुई बैठक में यह बात कही।
शहर के यातायात प्रबंधन के लिये आयोजित इस बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री हर्ष सिंह, सीईओ स्मार्ट सिटी श्रीमती नीतू माथुर, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू अरूण कुमार व श्री टी एन सिंह सहित नगर निगम, जिला प्रशासन, स्मार्ट सिटी, लोक निर्माण विभाग, परिवहन इत्यादि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने बैठक में कहा कि शहर में संचालित सभी ई-रिक्शा वाहनों का पंजीयन एक माह में कराया जाए। पंजीयन के पश्चात लॉटरी के माध्यम से इनके मार्गों का निर्धारण कर व्यवस्थित रूप से ई-रिक्शा संचालन का कार्य कराया जायेगा। शहर में चार स्थानों पर पंजीयन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर श्रीमती चौहान ने यह भी कहा कि यातायात प्रबंधन के लिये शहर को जोन स्तर पर बाँटकर सुगम यातायात की व्यवस्था के लिये सभी संभव प्रयास इसके लिये जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम और परिवहन विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से कार्रवाई सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्रीमती चौहान एवं पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने बैठक में इस बात पर जोर दिया कि शहर के प्रमुख मार्गों पर दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था भी निगम के माध्यम से और बढ़ाई जाए, ताकि यातायात सुगमता से संचालित हो सके। तिराहों व चौराहों पर लेफ्ट फ्री में कोई बाधा न हो, इसके लिये पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ कार्रवाई करे। यातायात के ब्लैक स्पॉटों को भी समाप्त करने की कार्रवाई सभी विभाग संयुक्त रूप से करें ताकि किसी भी प्रकार की सड़क दुर्घटना न हो।